सर्वनाम किसे कहतें हैं सर्वनाम के भेद परिभाषा उदाहरण  

सर्वनाम किसे कहतें हैं उसके भेद परिभाषा उदाहरण


सभी नामों के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग होता है, वे सर्वनाम होते हैं, 

 जैसे -  

सोहन ने कहा कि वह बाजार जा रहा है। 

( 'वह' 'राम' के स्थान पर ) 

सीमा ने कहा कि मैं खाना बना रही हूँ । 

( 'मै' 'सीमा' के स्थान पर ) 

जोहन ने आकाश से पूछा कि तुम कब आओगे । 

( 'तुम' 'जोहन' के स्थान पर ) 

उपरोक्त वाक्यों में 'वह, मैं, तुम' सर्वनाम हैं । 

इस प्रकार से नाम के स्थान पर आने वाले शब्दोंं को ही सर्वनाम कहते हैं । 


    परिभाषा - 

    जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं ।  


    उदाहरण- 

    मैं, तुम, वह, यह, आप, कौन, कोई, इसका, उसका, तुम्हारा, हमारा और आपका आदि सर्वनाम हैं । 


    सर्वनाम के भेद  

    अर्थ की दृष्टि से सर्वनाम के 6 भेद हैं- 

    1. पुरुषवाचक सर्वनाम 

    2. निश्चयवाचक सर्वनाम 

    3. निजवाचक सर्वनाम 

    4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम 

    5. अनिश्चयवाचक सर्वनाम 

    6. प्रश्नवाचक सर्वनाम 


    1. पुरुषवाचक सर्वनाम - 

    पुरुषवाचक सर्वनाम पुरुषों के नाम के बदले आते हैं । 'पुरुषवाचक' से पुरुष और स्त्री दोनों का बोध होता है; जैसे - मैं, हम, तू, आप, ये, वे, वह, । 

     पुरुषवाचक सर्वनाम 3 प्रकार के होते है- 

    (क) उत्तम पुरुष- बोलने वाले वक्ता को उत्तम पुरुष कहते हैं; जैसे – मैं, हम,  

    (ख) मध्यम पुरुष- सुनने वाले श्रोता को मध्यम पुरुष कहते हैं; जैसे – तू, तुम, आप । 

    (ग) अन्य पुरुष- अन्य जिसके सम्बन्ध में बात कही गयी हो, वह अन्य पुरुष है; जैसे- यह, ये, वे, वह । 

    उत्तम पुरुष और मध्यम पुरुष को प्रधान और और शेष को अप्रधान कहते है । 


    2. निश्चयवाचक सर्वनाम - 

    निश्चयवाचक सर्वनाम से पास या दूर की वस्तु का निश्चित बोध होता है; जैसे - 

    (क) यह अच्छा है । 

    (ख) वह बुरा है । 

    (ग) ये अच्छे हैं । 

    (घ) वे बुरे हैं । 


    3. निजवाचक सर्वनाम - 

     निजवाचक सर्वनाम 'आप' कर्ता के विषय में कुछ बताता है, पर वह स्वयं कर्ता नहीं होता है । पुरुषवाचक 'आप' स्वयं ही कर्ता का काम करता है । जैसे - 

    (क) आप आज कल कहाँ रहती हैं ? 

    (ख) मैं यह काम आप ही कर लूँगा । 

     यहाँ पहले वाक्य में 'आप' पुरुषवाचक सर्वनाम है, पर दूसरे में निजवाचक । 


    4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम - 

    जहाँ पर दो वस्तुओं अथवा व्यक्तियों का पारम्परिक सम्बन्ध प्रकट होता है, वहाँ सम्बन्धवाचक सर्वनाम होता है । 

    जैसे- वह लड़का, जो कल आया था, पढ़ने में तेज है । 


    5. अनिश्चयवाचक सर्वनाम - 

     जो सर्वनाम किसी ऐसे व्यक्ति या पदार्थ का बोध कराये जिसका कोई पता ठिकाना ज्ञात न हो अर्थात् जिस सर्वनाम से किसी व्यक्ति या पदार्थ का निश्चित बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं । 

     जैसे- 'कोई आया था', 'घर में कुछ नहीं है', 'कुछ दे दो' । 


    6. प्रश्नवाचक सर्वनाम - 

    जिस सर्वनाम से प्रश्न का बोध होता है, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं । 

     जैसे - यहाँ कौन है? जो मुझे नहीं जानता? 

              तुम कैसे आये? 

              वह क्या चाहता है?


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